04/12/2024

SHUBHNEWS

NEWS JO SHUBH HO

Chhattisgarh Vanshika Pandey ieutenant woman

Chhattisgarh Vanshika Pandey, became the first lieutenant woman Chhattisgarh Vanshika Pandey, became the first lieutenant woman

छत्तीसगढ़ की पहली लेफ्टिनेंट महिला बनीं छत्तीसगढ़ वंशिका पांडे

Spread the love

राजनांदगांव में पली-बढ़ी वंशिका पांडे को 30 जुलाई को चेन्नई स्थित प्रशिक्षण अकादमी की पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट की पदवी से नवाजा गया. वहीं उसके बाद राजनांदगांव शहर आगमन पर लोगों ने वंशिका पांडे का स्वागत किया. वंशिका पांडे छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला लेफ्टिनेंट बनी है.0

 छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की रहने वाली वंशिका पांडेय आर्मी में लेफ्टिनेंट बन गई .युवाओं के लिए प्रेरण स्त्रोत बन गई है।..मन में जागा देशप्रेम और बन गई छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट बीटेक करने के बाद सेना में गई वंशिका  इंजीनियर बनने वाली, बन गई लेफ्टिनेंट- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार-शहर की बेटी वंंशिका पांडे भारतीय थल सेना में छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट बेटी लेफ्टिनेंट बन गई है. संस्कारधानी की बेटी वंशिका पांडेय छग की पहली महिला लेफ्टिनेंट बन गई है। छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला लेफ्टिनेंट बनने का गौरव प्राप्त करने वाली वंशिका …

 

इंडियन आर्मी में राजनांदगांव की बेटी वंशिका पांडे (chhattisgarh first woman lieutenant vanshika pandey) ने छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर न माता-पिता के साथ प्रदेश का मान बढ़ाया है। इसके साथ ही युवाओं के लिए प्रेरण स्त्रोत बन गई है। ट्रेनिंग पूरी कर जब वह छत्तीसगढ़ लौटी तो शहर ने भव्य स्वागत किया है। साथ ही बधाई देने वाले लोगों का तांता लग गया है। वंशिका की सफलता पर पूरे परिवार को गर्व है। छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट वंशिका सिर्फ दो बहनें है।

-> बीटेक करने के बाद सेना में गई वंशिका

-> एक बेटी को देश सेवा के लिए भेज दिया

->शहर के मेयर ने घर पहुंचकर दी बधाई

->मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मिला था तीसरा स्थान

वंशिका पांडे पढ़ाई में भी अच्छी थी। उसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पूरे देश में तीसरा स्थान पाया था। इसके बाद एसएससी की परीक्षा में शामिल हुई थी। 18 हजार परीक्षार्थी भीड़ में वंशिका को सफलता मिली और इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। इसके बाद वंशिका को सफलता मिली थी। बेटी की सफलता पर परिवार का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। पिता ने कहा कि यह मेरे लिए अभूतपूर्व गौरव की बात है।